फिर से चमकेगा भारत का हीरा उद्योग, कनाडा ने दिखाई नई राह
दुनिया का 80 फीसदी रफ डायमंड भारत में पॉलिश होता है जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिलता है.
दो लाख करोड़ रुपये के भारत के हीरा कारोबार का मुख्य आधार है विदेश से आ रहे रफ डायमंड.
दो लाख करोड़ रुपये के भारत के हीरा कारोबार का मुख्य आधार है विदेश से आ रहे रफ डायमंड.
मंदी के दौर से गुजर रहा गुजरात का हीरा कारोबार फिर से पटरी पर लौट सकता है क्योंकि, पिछले 20 वर्षों से कनाडा ने भारत को रफ डायमंड सप्लाई करना बंद कर दिया था, उसे अब शुरू करने जा रहा है. इससे देश में रफ डायमंड भी बढ़ेगा और हीरो के पॉलिशिंग के नए कारखाने भी खुलेंगे.
दो लाख करोड़ रुपये के भारत के हीरा कारोबार का मुख्य आधार है विदेश से आ रहे रफ डायमंड. यानी जो खदान से सीधा निकल कर भारत के छोटे कारखानों तक पहुंचता है, यहां इस रफ हीरो को पॉलिश करके इसमें चमक पैदा की जाती है. लेकिन विश्व का तीसरा सबसे बड़ा रफ डायमंड उत्पादक देश कनाडा 20 वर्षों से भारत को सीधे रफ डायमंड नहीं दे रहा था. वह डीटीसी नाम की कंपनी के माध्यम से हीरा दे रहा था. लेकिन अब कनाडा ने भारत के 48 डायमंड सप्लायर को भी हीरा पर अपनी सहमति दी है. यानी अब रफ डायमंड सीधे व्यापारियों के पास आएगा.
पिछले कुछ समय में गुजरात का हीरा उद्योग मंदी के दौर से गुजर रहा है. कनाडा सरकार के इस फैसले से हीरा कारोबारियों की आंखों में चमक देखने को मिली है. बंद हो चुके कारखानों में फिर मशीनों की गूंज पैदा होगी. हीरा चमकेगा तो इस उद्योग से जुड़े लोगों की किस्मत भी चमकेगी.
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विवेकानंद डायमंड के प्रमुख नरसिंहभाई पटेल ने कनाडा सरकार के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि निश्चित ही लगभग बंद होने की कगार पर पहुंच चुके गुजरात के हीरा कारोबार को फिर से जीवन मिलेगा.
दुनिया का 80 फीसदी रफ डायमंड भारत में
दुनिया का 80 फीसदी रफ डायमंड भारत में पॉलिश होता है जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिलता है. अब तक सिर्फ 10 फीसदी रफ डायमंड ही कनाडा से 2 कंपनी के जरिए आता था लेकिन, अब शुरुआती दौर में ही यह आंकड़ा 2 गुना हो जाएगा और भारत के 48 मान्य सप्लायर के माध्यम से रफ डायमंड कनाडा से भारत में पहुंचेगा. हर साल पूरी दुनिया में 110 मिलीयन कैरेट रफ हीरे का उत्पादन होता है जिनमें से 80 फ़ीसदी रफ डायमंड भारत में आता है.
ऐसे में रफ डायमंड का बिजनेस भारत के लिए कोई जड़ी-बूटी से कम नहीं है क्योंकि, भारत की जीडीपी में हीरा उद्योग का 7 फीसदी योगदान है. मरचेंट्स एक्सपोर्ट में 15 फीसदी का योगदान है. पूरी दुनिया में पॉलीस डायमंड में 75 फीसदी मार्केट भारत के जरिए होता है. सालाना दो लाख करोड़ का एक्सपोर्ट-इंपोर्ट होता है भारत में. देश में पांच लाख छोटे-बड़े कारोबारी हीरा उद्योग से जुड़े हुए हैं. यहां करीब दो लाख हीरा कारखाने है और प्रत्यक्ष रूप से 46 लाख लोग इससे जुड़े हुए हैं.
30 हजार कारखाने बंद
हालांकि, 2018 के अगस्त से अक्टूबर तक मंदी के चलते 30 हजार हीरा कारखाने बंद हो गए और चार लाख कारीगर बेकार हो गए. जहां पर हमारा रफ डायमंड को पॉलिश करने का वैश्विक प्रतिशत 80 फीसदी था वह घटकर 75 फीसदी हो गया. सिंथेटिक हीरा यानी कि नकली हीरा ने भी भारत के हीरा उद्योग की चमक बिगाड़ दी थी लेकिन अब कनाडा से सप्लाई शुरू होने से नए कारखाने भी जल्दी शुरू होंगे.
04:55 PM IST