Air India उबरेगी इस बड़ी मुश्किल से, जल्द पूरी हो सकती है डील
देश की इकलौती सरकारी एयरलाइन Air India के कर्ज के बोझ से निकलने की उम्मीद जगी है.
कांति कमर्शियल्स (Kanti Commercials) ने एयर इंडिया खरीदने की इच्छा जताई है. (Reuters)
कांति कमर्शियल्स (Kanti Commercials) ने एयर इंडिया खरीदने की इच्छा जताई है. (Reuters)
देश की इकलौती सरकारी एयरलाइन Air India के कर्ज के बोझ से निकलने की उम्मीद जगी है. दरअसल दिल्ली की एक कंपनी कांति कमर्शियल्स (Kanti Commercials), फ्रैगमेंट निवेश और एनॉर्मस निवेश के साथ एक कंसोर्टियम का नेतृत्व कर रही है, जिसने एयर इंडिया खरीदने की इच्छा जताई है. इसको लेकर कंसोर्टियम ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) दिया है.
फिलहाल Air India पर 60,074 करोड़ का कर्ज है, लेकिन अधिग्रहण के बाद खरीदार को 23,286.5 करोड़ रुपये ही चुकाने होंगे. बाकी कर्ज को स्पेशल परपज व्हीकल एयर इंडिया एसेट होल्डिंग्स लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिया जाएगा, यानि बाकी कर्ज का बोझ सरकार खुद उठाएगी. सरकार ने Air India के लिए बोली लगाने वालों के लिए इन्टीमेशन तारीख को बढ़ाकर 5 जनवरी तक कर दिया है, जो पहले 29 दिसंबर तक थी
Air India debt
Air India के लिए अपने Eoi में, कांति कमर्शियल्स ने कहा, हम एयर इंडिया के विनिवेश कार्यक्रम (Air India disinvestment program) के लिए बोली लगाने के योग्य हैं और बीमार औद्योगिक उद्यमों को मुनाफे में बदलने में सक्षम हैं.
फायदे में आएगी Air India
Eoi के मुताबिक, पिछले कई साल से, हमने कई ऐसे अधिग्रहण किए हैं और बड़ी सफलता हासिल की है. हम पेशेवर सलाहकारों और विशेषज्ञों की एक टीम के संपर्क में हैं जो बीमार इकाइयों को फायदे में लाने में मदद कर सकते हैं.
Special purpose vehicle
कांति कमर्शियल्स के डायरेक्टर सौरभ बाग ने कहा कि इसके अलावा, हम एक स्पेशल परपस व्हीकल (SPV) की मदद से 3 सदस्यों के ग्रुप के रूप में बोली लगा रहे हैं. प्रमुख सदस्य कांति कमर्शियल हैं और अन्य सदस्य फ्रैगमेंट निवेश (Fragment Nivesh ) और एनॉर्मस निवेश (Enormous Nivesh) हैं.
Kanti Commercials
कांति कमर्शियल्स प्राइवेट लिमिटेड 1 अप्रैल 2003 से एक निजी कंपनी है. इसे गैर-सरकारी कंपनी के रूप में पंजीकृत किया गया है और यह रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज, दिल्ली में पंजीकृत है. इसकी अधिकृत शेयर पूंजी 1.3 करोड़ रुपये है. कांति कमर्शियल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सौरव बाग और अमित कुमार जोशी हैं.
Air India Tata Group deal
Air India के लिए टाटा समूह ने भी रुचि पत्र दिया है. माना जा रहा है कि टाटा ने Air Asia India के जरिए ये EoI सौंपा है. जिसमें टाटा संस की मेजोरिटी हिस्सेदारी है. अगर टाटा ग्रुप ये बोली जीत जाता है तो Air India की 67 साल बाद घर वापसी हो सकती है. आपको बता दें कि टाटा समूह ने अक्तूबर, 1932 में टाटा एयरलाइंस के नाम से एयर इंडिया की शुरुआत की थी, जिसे भारत सरकार ने 1953 में अपने अधिकार में ले लिया था.
Zee Business Live TV
11:16 AM IST