लोग सबसे ज्यादा इस शहर में खरीदना चाहते हैं घर, इन वजहों से हैं मुरीद
REAL ESTATE: शीर्ष 10 शहरों में पुणे पांचवें नंबर पर, कोलकाता छठे नंबर पर, अहमदाबाद आठवें नंबर पर और चंडीगढ़ नौंवे नंबर पर है. निवेश के लिए शीर्ष 10 शहरों में से चार शहर दक्षिण भारत के हैं."
भारत में 2030 तक रीयल एस्टेट का बाजार 1 खबर डॉलर तक पहुंच जाएगा.
भारत में 2030 तक रीयल एस्टेट का बाजार 1 खबर डॉलर तक पहुंच जाएगा.
देश का आईटी हब बेंगलुरू घर खरीदारों के बीच निवेश के लिए पहली पसंद है, उसके बाद मुंबई का नंबर है. ट्रेक2मीडिया रिसर्च की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. 'बेस्ट प्रैक्टिस रिपोर्ट 2019' के मुताबिक, घर खरीदरों द्वारा अन्य शहरों की तुलना में बेंगलुरू को अधिक महत्व देने का प्रमुख कारण शहर का महानगरीय चरित्र, आईटी और आईटी-संचालित सेवाओं में रोजगार का मौका और समय पर घर की डिलिवरी है. रिपोर्ट में कहा गया है, "बेंगलुरू को भारतीय खरीदारों के निवेशक की पहली पसंद के रूप में चुना है. निवेश के लिए शीर्ष 10 शहरों में से चार शहर दक्षिण भारत के हैं."
मुंबई दूसरे नंबर पर
दक्षिण भारतीय शहरों में हैदराबाद तीसरे नंबर पर, चेन्नई सातवें नंबर पर और कोयंबटूर 10वें नंबर पर है. उपभोक्ता पसंद सूचकांक में मुंबई दूसरे नंबर पर है, जबकि गुरुग्राम चौथे नंबर पर है. शीर्ष 10 शहरों में पुणे पांचवें नंबर पर, कोलकाता छठे नंबर पर, अहमदाबाद आठवें नंबर पर और चंडीगढ़ नौंवे नंबर पर है. कंपनियों में, बेंगलुरू की कंपनी शोभा लि. सबसे अच्छी कंपनी है, जिसके बाद गोदरेज प्रॉपर्टीज दूसरे नंबर पर और एंबेसी समूह तीसरे नंबर पर है.
फोटो साभार - पीटीआई
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तैयार घर की मांग तेज रहेगी
देश में तैयार फ्लैट या घर की मांग भविष्य में तेज बनी रहेगी. एक सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि भारत में 2030 तक रीयल एस्टेट का बाजार 1 खबर डॉलर तक पहुंच जाएगा. इसके बाद यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा रियल एस्टेट बाजार बन जाएगा. सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि रीयल एस्टेट की ग्लोबल रैंकिंग में भारत की स्थिति में भी सुधार आ रहा है. इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है. केपीएमडी के नार्डेको और अप्रिया के साथ मिलकर रीयल एस्टेट पर कराए इस सर्वे में भारतीय परिदृश्य को देखते हुए वर्ष 2030 तक के लिए उपर्युक्त अनुमान लगाया है.
फाइल फोटो
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक रीयल एस्टेट के 650 अरब डॉलर तक पहुंच जाने की उम्मीद है. वर्ष 2028 तक इसका आकार 850 अरब डॉलर और 2030 तक 1 खरब डॉलर हो जाएगा. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2014 से रीयल एस्टेट की स्थिति में सुधार प्रक्रिया का असर आगे भी देखने को मिलेगा.
(इनपुट एजेंसी से)
07:44 PM IST