Indian Railways के साथ इस तरह शुरू करें बिजनेस, कम पूंजी में होगी मोटी कमाई
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Sun, Feb 28, 2021 02:38 PM IST
Start your own business: कोरोना महामारी (corona epidemic) के बीच आपकी जॉब (job) चली गई है या आप छोटी पूंजी से नया बिजनेस (new business) शुरू करने की प्लानिंग कर रहे हैं. भारतीय रेलवे (Indian Railway) के साथ जुड़ कर आप छोटी पूंजी (small capital) में अच्छे मुनाफे वाला कारोबार (profitable business) शुरू कर सकते हैं. दरअसल आत्मनिर्भरता भारत (aatma nirbhar bharat) अभियान के तहत भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) को अपना सहभागी बनने का मौका दिया है. छोटे उद्योगों को मौके उपलब्ध करने के लिए भारतीय रेलवे समय-समय पर वेंडर मीट आयोजित करता रहता है.
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वाराणसी में छोटे उद्योगों को मिला बड़ा मौका
भारतीय रेलवे के वाराणसी स्थित बनारस रेल इंजन कारखाने ने छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए New Delhi, Allahabad और Varanasi के MSME Department के साथ मिल कर एक वेंडर मीट का आयोजन किया है. इस वेंडर मीट में इलेक्ट्रिक लोको के लगभग 125 पुर्जों के बारे में वेंडर्स को बताया जा रहा है. इन पुर्जों की डिजाइन और तकनीकी जानकारी भी वेंडर्स को दी जा रही है ताकि वे इसे बना कर रेलवे को सप्लाई कर सकें. 27.02.2021 से आयोजित की गई इस वेंडर मीट Vendor Meet में 100 से अधिक MSME कंपनियों ने रुचि दिखाई है. रेलवे की इस तरह की वेंडर मीट का फायदा उठाते हुए आप भी रेलवे के सहयोग से अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं.
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रेलवे हर साल खरीदता है हजारों करोड़ के प्रोडक्ट
भारतीय रेल सालाना 70,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोडक्ट खरीदता है. इन प्रोडक्ट में टेक्निकल (technical) और इंजीनियरिंग उत्पादों (engineering products) के साथ दैनिक उपयोग (daily use product) के सभी लगभग सभी तरह के सामान होते हैं. ऐसे में आप छोटे कारोबारी के तौर पर रेलवे को अपना प्रोडक्ट बेचकर अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं. अगर आप भी रेलवे के साथ बिजनेस करना चाहते हैं तो https://ireps.gov.in और https://gem.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
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इस तरह रेलवे के साथ शुरू करें अपना बिजनेस
रेलवे कोई भी प्रोडक्ट (product) उस कंपनी से खरीदता है जो मार्केट (market) में सबसे सस्ता सामान (cheapest goods) सप्लाई कर रहा हो. ऐसे में आपको कोई ऐसा प्रोडक्ट तलाशना होगा जो आपको किसी कंपनी या मार्केट से आसानी से और सस्ती दरों पर मिल जाए. इसके बाद आप एक डिजिटल सिग्नेचर (digital signature) बनवाएं. इसकी मदद से आप रेलवे की https://ireps.gov.in और https://gem.gov.in वेबसाइट पर जा कर नए टेंडर देख सकेंगे. अपनी लागत और प्रॉफिट के आधार पर टेंडर डालें. ध्यान रहे आपके रेट कॉम्पिटेटिव (competitive rates) रहेंगे तो आपको टेंडर मिलने में आसानी होगी. सर्विस की सप्लाई के लिए रेलवे कुछ तकनीक योग्यता मांगता है.
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रेलवे लोकल प्रोडक्ट्स (Local Products) को दे रहा है बढ़ावा
रेलवे ने घरेलू निर्माताओं (domestic manufacturers) को बढ़ावा देने के लिए एक स्पष्ट (clear), पारदर्शी (transparent), निष्पक्ष खरीद प्रणाली (procurement system) को प्रोत्साहन दिया है. मेक इन इंडिया नीति (Make in India policy) के तहत रेलवे ने अपने वैगन (wagons), ट्रैक (tracks) और एलएचबी डिब्बों (LHB coaches) के टेंडर में 50 फीसदी से अधिक स्थानीय प्रोडक्ट वाले आपूर्तिकर्ता ही भाग ले सकेंगे. वहीं, ‘वंदे भारत’ ट्रेन ('Vande Bharat' train) सेट के लिए 75 फीसदी इलेक्ट्रिक सामान मेक इन इंडिया के तहत खरीदा जाएगा.
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