क्या देश में आसान है बिज़नेस करना? ज़ी बिज़नेस की नई मुहिम 'कम करो कंप्लायंस' देखें शाम 5 बजे
सरकार ईज ऑफ डूइंग की बहुत कोशिश कर रही है, कुछ कामयाबी भी मिल रही है, मगर कंपनियों पर कंप्लायंस का बोझ इतना ज्यादा है कि हर कोशिश दम तोड़ने लगती है.
इंडस्ट्री की इन्हीं दिक्कतों को हम पॉलिसी मेकर्स तक पहुंचाना चाहते हैं.
इंडस्ट्री की इन्हीं दिक्कतों को हम पॉलिसी मेकर्स तक पहुंचाना चाहते हैं.
अपने देश में बिजनेस करना आसान नहीं है. सरकार ईज ऑफ डूइंग की बहुत कोशिश कर रही है, कुछ कामयाबी भी मिल रही है, मगर कंपनियों पर कंप्लायंस का बोझ इतना ज्यादा है कि हर कोशिश दम तोड़ने लगती है. देश में करीब 1500 कानून हैं. इन कानूनों के तहत इंडस्ट्री को 60 हजार से ज्यादा कंप्लायंस और 6500 से ज्यादा फाइलिंग करनी पड़ती हैं.
इंडस्ट्री की इन्हीं दिक्कतों को हम पॉलिसी मेकर्स तक पहुंचाना चाहते हैं. इसके लिए हम आज से शुरू कर रहे हैं खास मुहिम "कम करो कंप्लायंस". पहले भी हमारी मुहिम का असर दिखा है और सरकार एक्शन में आई है. अगर आप भी हमारी इस मुहिम में शामिल होना चाहते हैं तो अपने सवाल हैशटैग #KamKaroCompliance पर ट्वीट करें.
कम करो कंप्लायंस आज से 5 PM
कंपनियों पर कंप्लायंस का भारी बोझ!
— Zee Business (@ZeeBusiness) August 10, 2020
कंपनियों के लिए 1500 कानून, 60000 से ज्यादा कंप्लायंस और 6500 से ज्यादा फाइलिंग!
क्या देश में आसान है बिज़नेस करना?#KamKaroCompliance पर ट्वीट कर हमारी मुहिम से जुड़े शाम 5:00 बजे@TeamLease @AvantisRegtech pic.twitter.com/AM3RDnfM8C
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कंपनियों पर कंप्लायंस भारी बोझ!
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर भारी कंप्लायंस!
कंपनियों के लिए 1500 कानून
60000 से ज्यादा कंप्लायंस और 6500 से ज्यादा फाइलिंग!
क्या देश में आसान है बिज़नेस करना?
हैशटैग #KamKaroCompliance पर ट्वीट कर हमारी इस मुहिम में जुड़े शाम 5:00 बजे.
04:05 PM IST