बजट 2022: आम टैक्सपेयर्स के लिए क्या हैं मायने? एक्सपर्ट से समझिये
Budget 2022 Impact on Common man: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने वाला बजट सामने रखा.
Budget 2022 Impact on Common Tax payers: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने वाला बजट सामने रखा है. पूरा फोकस ग्रोथ को बूस्ट देने पर है. कई राज्यों में चुनावी माहौल के बावजूद बजट में किसी भी तरह के लोक-लुभावन एलान नहीं हुए. सैलरीड क्लास और आम टैक्सपेयर्स के नजरिए से बात करें, तो उनके लिए सीधे तौर पर कोई राहत नहीं मिली है. टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं है. बावजूद इसके एक आम आदमी/ आम टैक्सपेयर के लिए बजट के क्या मायने हैं. सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (प्रो) तारेश भाटिया से 10 प्वाइंट्स में समझते हैं.
1. यह प्रोग्रेसिव बजट रहा. भारतीय अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने वाला है. टैक्स स्ट्रक्चर में कोई बदलाव नहीं किया गया. साथ ही साथ कोई नया टैक्स नहीं लगाना एक अच्छा कदम है. बजट का फोकस ग्रोथ पर है.
2. सरकार का फोकस टैक्सेस पर नहीं रहा. बल्कि खर्च पर रहा है. यानी, सरकार खर्चे बढ़ाएगी तो इसका असर ग्रोथ पर होगा और जॉब क्रिएशन होगा.
3. कॉरपोरेट्स का खर्च भी बढ़ेगा और सरकार ने इसके लिए हरमुमकिन कदम बढ़ाया है.
4. स्टार्टअप को बजट से पुश मिलेगा. अगर कोई व्यक्ति स्टार्टअप शुरू कर रहा है, तो इसे अगले एक साल यानी 31 मार्च 2023 तक टैक्स इन्सेंटिव मिलता रहेगा.
5. कोविड से देश को काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में कोई नया सेस या टैक्स नहीं लगाना एक अच्छी पहल है. यह आम करदाताओं के लिए संतोषजनक बात है.
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6. क्रिप्टोकरंसी पर टैक्स लगाना एक नया कदम है. क्रिप्टो को अब TDS के साथ टैक्स के दायरे में लाया गया है. देश में ट्रांजैक्शन के लिए यह ज्यादा पारदर्शी फैसला है. अभी तक इसे एक बड़ी खामी बताया जा रहा था.
7. इनकम टैक्स एक्ट 1961 के अंतर्गत नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में आम आदमी को रिटायरमेंट और टैक्स बेनेफिट मिलता है. बजट में राज्य सरकार द्वारा कंट्रीब्यूशन लिमिट को 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी करना पॉजिटिव कदम है. इससे राज्य सरकार के कर्मचारियों को ज्यादा रिटायरमेंट फंड मिल सकेगा.
8. लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स सरचार्ज की कैपिंग 15 फीसदी तक करना आम निवेशकों/करदाताओं के लिए राहत की बात है.
9. बजट किसी भी तरह से लोकलुभावन नहीं रहा. आम आदमी इनकम टैक्स पर कुछ रियायत की उम्मीद कर रहा था, लेकिन वित्त मंत्री ने इस मोर्चे पर चुप्पी साध ली.
10. बजट का फोकस ग्रोथ पर है. इसलिए प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी को प्रोत्साहन मिलेगा. इससे नौकरियों के नए मौके बनेंगे.
02:38 PM IST