खुशखबरी- 5 रुपए तक सस्ता हो सकता है Petrol-Diesel, एक्सपर्ट ने बताया क्यों होगा ऐसा
Petrol-Diesel price update: अमेरिका और चीन समेत दुनिया के अन्य हिस्सों में कोरोना के बढ़ते मामलों का असर साफ नजर आ रहा है. इसकी वजह से कच्चे तेल की कीमतों में दबाव दिखेगा.
Petrol-Diesel price update: पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की बढ़ती कीमतें आम पब्लिक के लिए चिंता जनक हैं. देश के ज्यादातर शहरों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपए प्रति लीटर के पार जा चुकी हैं. चीन में कमजोर आर्थिक वृद्धि, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और ओपेक+ के उत्पादन में वृद्धि की चिंताओं के कारण कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Price) में गिरावट आई है. इसका सीधा फायदा घरेलू बाजारों में भी देखने को मिलेगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol-Diesel price) 5 रुपए तक सस्ता हो सकता है.
WTI, ब्रेंच क्रूड में गिरावट
MCX पर अगस्त के लिए कच्चे तेल की डिलीवरी 73 रुपए या 1.32 प्रतिशत गिरकर 5,444 रुपए प्रति बैरल पर 6,313 लॉट के कारोबार कर रहा. सितंबर डिलीवरी 307 लॉट के कारोबार के साथ 69 रुपए या 1.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,415 रुपए प्रति बैरल पर आ गई. WTI क्रूड 1.18 प्रतिशत गिरकर 73.08 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.99 प्रतिशत फिसलकर 74.66 डॉलर प्रति बैरल हो गया. एक्सपर्ट की नजर में कच्चे तेल की गिरावट का सीधा फायदा घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में मिलेगा.
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एक्सपर्ट्स की नजर में क्रूड
HDFC सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) तपन पटेल के मुताबिक, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता में कारखाने की गतिविधियों में गिरावट, चीन की आर्थिक सुधार की चिंताओं पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई. अमेरिका और चीन समेत दुनिया के अन्य हिस्सों में कोरोना के बढ़ते मामलों का असर साफ नजर आ रहा है. इसकी वजह से कच्चे तेल की कीमतों में दबाव दिखेगा. IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसीडेंट (कमोडिटी एंड रिसर्च) अनुज गुप्ता के मुताबिक, क्रूड ऑयल का उत्पादन बढ़ने से आने वाले दिनों में कच्चे तेल की कीमतें 65 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती है. ऐसा होता है तो पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी कम हो सकती हैं.
5 रुपए तक गिर सकते हैं दाम
कच्चे तेल की कीमतें $75 से $72 प्रति बैरल के साथ निचले कारोबार पर रहने की उम्मीद है. हालांकि, एक्सपर्ट का मानना है कि क्रूड ऑयल का उत्पादन बढ़ने से कच्चे तेल की कीमतें 65 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती है. ऐसा होता है तो कीमतों में 4 से 5 रुपए तक की कटौती की गुजाइंश बन सकती है.
बढ़ रही है पेट्रोल-डीजल की मांग
जुलाई में भारत में पेट्रोल की बिक्री ने 2020 में लॉकडाउन के बाद पहली बार प्री-कोविड स्तर को पार कर लिया है. कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद से बिजनेस में तेजी आने और ट्रैवल बैन हटाए जाने से पेट्रोल की खपत बढ़ी है. सरकारी तेल कंपनियों के प्रोविजनल डेटा के मुताबिक, जुलाई के पहले पखवाड़े में साल 2019 के मुकाबले 34 फीसदी ज्यादा पेट्रोल की बिक्री हुई.
05:25 PM IST