Fastag के नाम एक और कामयाबी, बचाया 20,000 करोड़ रुपये का तेल
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि Fastag सिस्टम समय के साथ-साथ ईंधन की बचत भी हो रही है.
देश भर के राष्ट्रीय राजमार्गों (National Highways) पर 16 फरवरी से FASTag अनिवार्य हो चुका है. (File Image)
देश भर के राष्ट्रीय राजमार्गों (National Highways) पर 16 फरवरी से FASTag अनिवार्य हो चुका है. (File Image)
FASTag save Fuel: फास्टैग ने जहां सड़कों की रफ्तार को और ज्यादा आरामदायक बनाया है वहीं, यह तकनीक ईंधन की बचत और प्रदूषण कम करने में भी अहम भूमिका निभा रही है. फास्टैग ने हाल ही में 20 हजार करोड़ रुपये का ईंधन (पेट्रोल-डीजल) बचाया है.
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने बताया कि Fastag सिस्टम तेजी से सामान्य हो रहा है. उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा पर लगने वाले समय को और कम करने पार लगातार काम किया जा रहा है, ताकि लोगों का समय बचने के साथ-साथ ईंधन की बचत हो और प्रदूषण में कमी आए.
उन्होंने बताया कि फास्टैग सिस्टम से लागू से सरकार को 20,000 करोड़ रुपये के ईंधन की बचत हुई है.
Fuel worth Rs 20,000 crores being saved due to FASTag. We'll try that the waiting time at toll plazas gets further reduced: Union Minister Nitin Gadkari pic.twitter.com/bdPkaPGCkF
— ANI (@ANI) March 1, 2021
बता दें कि देश भर के राष्ट्रीय राजमार्गों (National Highways) पर 16 फरवरी से FASTag अनिवार्य हो चुका है. रोजाना करीब 100 करोड़ रुपये का कलेक्शन FASTag के जरिए टोल नाकों पर किया जा रहा है.
डिजिटल टोल कलेक्शन (Digital Toll Collection)
नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार डिजिटल टोल कलेक्शन (Digital Toll Collection) के जरिए टोल प्लाजा पर लगने वाले ट्रैफिक जाम (Traffic) को खत्म करना चाहती है, इसमें सरकार को सफलता भी मिल रही है, फिर भी अगर भविष्य में कभी टोल प्लाजा पर ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हुई तो सरकार ने इसका भी इंतजाम सोच रखा है.
104 करोड़ रुपये का कलेक्शन (Collection on Toll Plaza)
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एनएचएआई (NHAI) ने कहा कि फास्टैग के जरिए डेली टोल कलेक्शन लगभग 104 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया है. NHAI ने जानकारी दी है कि 25 फरवरी को 64.5 लाख से ज्यादा वाहन टोल प्लाजा से गुजरे जिससे 103.94 करोड़ रुपये का कलेक्शन हुआ. आंकड़ों के लिहाज से ये कलेक्शन अब तक का सबसे ज्यादा है.
16 फरवरी से पहले तक करीब 80 फीसदी वाहन FASTag के जरिए ही पेमेंट कर रहे थे. बाकी 20 फीसदी लोग भी इसी तरह से पेमेंट करें इसके लिए मोदी सरकार ने 16 फरवरी से FASTag को अनिवार्य कर दिया.
रियल टाइम ऑनलाइन ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम (Real-Time Monitoring)
जब आप नेशनल हाईवे पर निकलेंगे तो पहले से ही देख सकेंगे कि किस टोल प्लाजा पर कितना ट्रैफिक जाम लगा हुआ है, इस हिसाब से आप अपना रूट और प्लान बदल सकते हैं. इसके लिए सड़क परिवहन मंत्रालय (Ministry of Road and Transport) ने एक रियल टाइम ऑनलाइन ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम का ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप पर आपको टोल नाकों पर मिनट दर मिनट का अपडेट मिलता रहेगा.
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09:43 PM IST