Health Insurance: अब जन्मजात बीमारी का भी मिलेगा इंश्योरेंस कवरेज, ये कंपनी जल्द लॉन्च करेगी बर्थ डिफेक्ट बीमा से जुड़े प्रोडक्ट
Health Insurance: आईसीआईसीआई लॉम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस (ICICI Lombard General Insurance) अजन्मे बच्चे या जन्म दोष के कवरेज से जुड़े प्रोडक्ट जल्द लॉन्च करेगी.
जन्मजात बीमारी का भी अब इंश्योरेंस कवरेज मिलेगा.
जन्मजात बीमारी का भी अब इंश्योरेंस कवरेज मिलेगा.
Health Insurance: कई मां-बाप अजन्मे बच्चो में छोटी से छोटी जन्मजात बीमारी का पता चलने पर गर्भपात का विकल्प चुनते हैं. दरअसल छोटे बच्चों की बीमारी के लिए अधिकांश इंश्योरेंस कपनियां कवरेज नहीं देती. इसलिए इलाज की ज्यादा लागत के चलते दंपति अबॉर्शन करा लेते हैं, लेकिन लाखों लोगों को इससे राहत मिलने वाली है. इंश्योरेंस कंपनियां अब छोटे बच्चों के जन्म दोषों और जन्म के बाद सर्जिकल समस्याओं के लिए इंश्योरेंस प्रोडक्ट जारी करने जा रही है.
आईसीआईसीआई लॉम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस ( ICICI Lombard General Insurance) के अंडरराइटिंग और क्लेम्स के हेड संजय दत्ता के मुताबिक स्टेम सैल से जुड़े प्रोडक्ट कंपनी ऑफर करती हैं. वहीं कंपनी अजन्मे बच्चे या जन्म दोष के कवरेज से जुड़े प्रोडक्ट भी जल्द लॉन्च करेगी.
जन्मजात बीमारी का भी मिलेगा कवरेज
उन्होंने कहा कि जन्मजात बीमारी का भी अब इंश्योरेंस कवरेज मिलेगा. देश में हर साल लगभग 17 लाख बच्चे जन्म दोष (congenital malformation) के साथ पैदा होते हैं. ट्रीटमेंट की कॉस्ट के चलते दंपति आमतौर पर ऐसे बच्चों को जन्म नहीं देना चाहते और अबॉर्शन करा लेते हैं. आजकल सोनोग्राफी में छोटी से छोटी जन्मजात विकृति का भी पता लग जाता है. जिसके बाद बच्चे के स्वास्थ्य और भविष्य की अनिश्चितता को लेकर बड़ी संख्या में परिवार वाले ऐसे बच्चों को दुनिया में नहीं आने देते. लेकिन आईसीआईसीआई लॉम्बार्ड के इस प्रोडक्ट के बाद ऐसे ऐसे बच्चों को भी इंश्योरेंस के जरिए इलाज हो सकेगा.
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महंगा हो सकता है टर्म इंश्योरेंस
कोरोना काल के दौरान (COVID19 Pandemic) लाइफ इंश्योरेंस में टर्म प्लान (Term Insurance Plan) की डिमांड बढ़ी है. बड़ी संख्या में कंपनियों ने टर्म प्लान ग्राहकों को बेचे हैं लेकिन अब आगे चलकर लोगों के लिए टर्म प्लान खरीदना आसान नहीं होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि प्योर प्रोटेक्शन देने वाले टर्म प्रोडक्ट्स की अंडरराइटिंग के लिए कंपनियों को सख्ती बढ़ानी पड़ेगी और रीइंश्योरेंस कीमतों में बढ़ोतरी के चलते कंपनियों को दरों में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है.
कोरोना की दूसरी लहर (Second wave of covid) में काफी ज्यादा क्लेम होने की वजह रीइंश्योरेंस कंपनियां अपने टर्म पोर्टफोलिया का प्रीमियम 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ा सकती है. लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों पर दबाव आएगा और ज्यादातर कंपनियों को ग्राहकों को ऑफर करने वाले प्रोडक्ट्स में बढ़ोतरी करेगी.
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04:40 PM IST