आत्मनिर्भर शेयर: देश की इकोनॉमी को मजबूती देंगे, आपके पास कमाई का मौका
ज़ी बिज़नेस भी रिसर्च करके कुछ ऐसे शेयर निकाले हैं, जो आपको घाटे से आजादी देंगे और आत्मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ते कदम को सपोर्ट करेंगे.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शेयर बाजार भी सलामी दे रहा है. (Zee business)
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शेयर बाजार भी सलामी दे रहा है. (Zee business)
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शेयर बाजार भी सलामी दे रहा है. ज़ी बिज़नेस भी रिसर्च करके कुछ ऐसे शेयर निकाले हैं, जो आपको घाटे से आजादी देंगे और आत्मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ते कदम को सपोर्ट करेंगे. साथ ही देश की इकोनॉमी को भी मजबूती देंगे. अलग-अलग सेक्टर्स से ऐसे कई शेयर चुनकर निकाले गए हैं, जो इस मौके पर आपको खरीदने चाहिए.
1. डिफेंस: इंपोर्ट से आजादी
- सरकार का डिफेंस में आत्मनिर्भरता पर बड़ा फोकस.
- 2025 तक घरेलू उपकरण खरीद 2 गुना करने का लक्ष्य.
- सालाना खरीद 70000 करोड़ से बढ़ाकर 1.4 लाख करोड़ रुपए संभव.
- सरकार ने 101 रक्षा उपकरणों के इंपोर्ट पर बैन लगाया.
- FY21 में घरेलू खरीद के लिए 52000 करोड़ रुपए का बजट रखा.
- घरेलू कंपनियों को 5-7 साल 4 लाख करोड़ रुपए के ऑर्डर्स संभव.
- जुलाई में 38700 करोड़ रुपए, अगस्त में अब तक 8700 करोड़ रुपए के ऑर्डर्स.
5-7 साल में संभावित ऑर्डर्स
सेगमेंट ऑर्डर्स
सेना 1.3 लाख करोड़ रुपए
वायु सेना 1.3 लाख करोड़ रुपए
नौसेना 1.4 लाख करोड़ रुपए
जानिए कौन सा है वो आत्मनिर्भर शेयर जो देश की इकोनॉमी को दे रहा है मजबूती
— Zee Business (@ZeeBusiness) August 14, 2020
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TRENDING NOW
किन कंपनियों को होगा फायदा
HAL
- Q3 तक 83 तेजस विमानों का ऑर्डर मिलने की संभावना.
- हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर के अतिरिक्त ऑर्डर्स संभव.
BHEL
- सरकार से सुपर रैपिड गन माउंट (SRGM) ऑर्डर की घोषणा.
- डिफेंस कारोबार को आगे बढ़ने पर बड़ा फोकस.
भारत डायनामिक्स
- आकाश मिसाइल्स, अस्त्र BVRAAM और मिलान ATGM के ऑर्डर्स पर नजर.
- 2 साल में ऑर्डरबुक 7500 करोड़ रुपए से बढ़कर 22500 करोड़ रुपए हो सकती है.
BEML
- इस साल 1500 करोड़ रुपए के अतिरिक्त डिफेंस ऑर्डर्स मिल सकते हैं.
- कुल ऑर्डरबुक में अब डिफेंस का हिस्सा बढ़कर 27%.
2. API: इंपोर्ट से आजादी
- चीन और दूसरें देशों के API निर्भरता घटाने की योजना.
- 53 दवाओं के API देश में बनाने पर जोर.
- एंटीबायोटिक और विटामिन के कच्चे माल लिस्ट मिलेंगे.
- इंसेंटिव 2020-21 से लेकर 2029-30 तक मिलेंगे.
- भारत दुनिया का सबसे ज्यादा जेनेरिक दवाएं बनाने वाला देश.
- API की 70% जरुरत चीन से इंपोर्टेड.
- बल्क ड्रग पार्क बनाने के लिए भी इंसेंटिव.
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फर्मेंटेशन: दवाओं पर इंसेंटिव
साल इंसेंटिव
2023-24-2026-27 20%
2027-18 15%
2028-29 5%
केमिकल प्रोसेस: दवाओं पर इंसेंटिव
2022-23 से 2027-8 तक हर साल 10%
किन कंपनियों को फायदा
- Granules India
- Divi's Lab
- IOL Chem
3. केमिकल सेक्टर: इंपोर्ट से आजादी
- स्पेशियालिटी केमिकल कारोबार में चीन का दबदबा.
- चीन पर निर्भरता घटाने के लिए भारत की तरफ झुकाव.
- US, यूरोप की कई दिग्गज कंपनियों ने भारत से सप्लाई लेना शुरू.
- पिछले 10 साल में पहली बार भारत नेट एक्सपोर्टर बना.
आत्मनिर्भर शेयर: जानिए केमिकल सेक्टर के कौन से हैं वो शेयर जो दिलाएंगे इंपोर्ट से आजादी और देश के इकोनॉमी को देंगे और मजबूती#AatmaNirbharBharat @AnilSinghvi_ @sandeepgrover09 pic.twitter.com/aefNOlBHLf
— Zee Business (@ZeeBusiness) August 14, 2020
आरती इंडस्ट्रीज
स्पेशियालिटी, फार्मा, सरफैक्टेंट्स, पिगमेंट्स, डाई का कारोबार.
आय का 40% हिस्सा एक्सपोर्ट से.
PI इंडस्ट्रीज
एग्रो केमिकल क्षेत्र की कंपनी, ₹11250 करोड़ की ऑर्डर बुक.
10 साल से आय में सालाना 20% की ग्रोथ.
नॉर्थ अमेरिका, यूरोप से आय का बड़ा हिस्सा.
करीब 64% आय एक्सपोर्ट से.
4. ऑटो एंसिलरी: इंपोर्ट से आजादी
- ₹1.3 Lk Cr से ज्यादा का सालाना ऑटो कंपोनेंट इंपोर्ट.
- इंपोर्ट का 25% से ज्यादा हिस्सा चीन से आता है.
- GDP में ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री की 2.3% भागीदारी.
- टेक्नोलॉजी और क्वालिटी में सुधार से इंपोर्ट में कमी आएगी.
भारत में ऑटो कंपोनेंट इंपोर्ट
देश हिस्सा (%) राशि (`Cr)
चीन 27% ₹35250
जर्मनी 14% ₹18375
साउथ कोरिया 10% ₹13125
जापान 9% ₹11850
आत्मनिर्भर शेयर: जानिए उन ऑटो एंसिलरी शेयरों के बारे में जो दिलाएंगे इंपोर्ट से आजादी और देश के इकोनॉमी को देंगे और मजबूती#AatmaNirbharBharat @AnilSinghvi_ @KushalGupta44 pic.twitter.com/FuSXuRIMoN
— Zee Business (@ZeeBusiness) August 14, 2020
मदरसन सुमी
- सभी बड़ी लक्जरी कार कंपनियां ग्राहक लिस्ट में शामिल.
- यूरोप से आय का 40% हिस्सा.
भारत फोर्ज
- देश की सबसे बड़ी फोर्जिंग कंपनियों में से एक.
- अमेरिका और यूरोप से कुल आय का 55% हिस्सा.
अपोलो टायर्स
- देश की दूसरी सबसे बड़ी टायर उत्पादक.
- टू-व्हीलर से लेकर CV में मजबूत मार्केट शेयर.
सुप्राजीत इंजिनियरिंग
- OEMs के लिए केबल बनाने वाली दिग्गज कंपनी.
- फॉक्सवैगन, BMW, टाटा मोटर्स, M&M जैसे ग्राहक शामिल.
मिंडा इंडस्ट्रीज
- OEMs के लिए स्विचिंग सिस्टम, अलॉय व्हील बनाती है.
- भारत से कुल आय का 88% हिस्सा आता है.
04:26 PM IST