Coronavirus: हवा के जरिए फैलता है कोरोना वायरस, इस मेडिकल जर्नल ने किया चौंकाने वाला दावा
Coronavirus: प्रसिद्ध मेडिकल जर्नल द लांसेट ( The Lancet) ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि ज्यादातर ट्रांसमिशन हवा के जरिए हो रहा है. टएक्सपर्ट्स ने कहा है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल में तुरंत बदलाव किए जाने की जरूरत है.
मेडिकल जर्नल The Lancet के मुताबिक ज्यादातर ट्रांसमिशन हवा के जरिए हो रहा है. (फाइल फोटो)
मेडिकल जर्नल The Lancet के मुताबिक ज्यादातर ट्रांसमिशन हवा के जरिए हो रहा है. (फाइल फोटो)
Coronavirus: भारत समेत कई देशों में कोरोना का प्रकोप फिर से फैल रहा है. साथ ही यह तेजी से अपना रूप भी बदल रहा है. इस बीच प्रसिद्ध मेडिकल जर्नल द लांसेट ( The Lancet) ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि ज्यादातर ट्रांसमिशन हवा के जरिए हो रहा है. एक्सपर्ट्स ने कहा है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल में तुरंत बदलाव किए जाने की जरूरत है.
'हवा से फैल रहा संक्रमण' ('Airborne infection')
भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 24 घंटे में दो लाख के पार पहुंच चुकी है. उधर मेडिकल जनरल 'द लांसेट' में छपे एक आकलन में इस बात के सबूत मिले हैं कि कोरोना वायरस मुख्य रूप से हवा के जरिए फैलता है. इंग्लैंड, अमेरिका, कनाडा के 6 एक्सपर्ट के मुताबिक जो पब्लिक हेल्थ से जुड़े कदम उठाए जा रहे हैं, उनमें वायरस को मुख्य रूप से एयरबोर्न की तरह नहीं माना जा रहा है और इसकी वजह से लोग असुरक्षित हैं.
विशेषज्ञों ने क्या कहा? (What the experts say?)
विशेषज्ञों की टीम ने वायरस के हवा से फैलने को लेकर कई सबूत पेश किए हैं. उनकी सबूतों की लिस्ट में टॉप पर स्कैगिट चोइर आउटब्रेक जैसे सुपर स्प्लेंडर इवेंट हैं. इस इवेंट में एक संक्रमित केस से 53 लोग संक्रमित हुए थे. एक्सपर्ट्स के मुताबिक वायरस का ट्रांसमिशन आउटडोर (बाहर) की तुलना में इंडोर (अंदर) में ज्यादा होता है और इंडोर में अगर वेंटिलेशन हो तो इसकी संभावना काफी कम हो जाती है.
"Ten streams of evidence collectively support the hypothesis that #SARS-CoV-2 is transmitted primarily by the airborne route."
— The Lancet (@TheLancet) April 16, 2021
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टीम ने दिए ये सबूत (Team gave this evidence)
टीम ने उस रिसर्च पर जोर दिया जिसमें अनुमान लगाया गया कि जो लोग खांस और छींक नहीं रहे हैं उनसे साइलेंट ट्रांसमिशन (बिना लक्षण या लक्षण देखने से पहले की स्थिति) में कुल ट्रांसमिशन का 40 फीसदी तक है. आकलन के मुताबिक दुनिया भर में कोविड संक्रमण फैलने में सबसे बड़ी भूमिका साइलेंट ट्रांसमिशन की है और यह मुख्य रूप से एयरबोर्न ट्रांसमिशन के संकेत देता है.
बिना संपर्क में आए भी वायरस ट्रांसमिशन (Virus transmission even without contact)
शोधकर्ताओं ने उन लोगों के बीच वायरस ट्रांसमिशन का भी केस रखा जो होटलों के करीबी कमरों में थे और कभी एक दूसरे के संपर्क में नहीं आए. टीम को इस मामले में कोई सबूत नहीं मिला कि वायरस बड़ी ड्रॉपलेट्स से आसानी से फैल जाता है. जो कि हवा से जल्दी गिर जाती है और लोगों को संक्रमित करती है. विशेषज्ञों ने पाया कि संक्रमित पिंजरों में बंद जानवरों में भी वायरस के लक्षण मिले और यह एयर डक्ट के जरिए हुआ.
क्या हैं उपाय? (What are the remedies?)
रिपोर्ट के मुताबिक SARS-CoV-2 का ट्रांसमिशन आउटडोर के मुकाबले इंडोर में ज्यादा होता है और इंडोर वेंटिलेशन से संक्रमण काफी घट जाता है. शोध में कहा गया है कि संक्रमण को रोकने के उपायों में वेंटिलेशन, एयर फिल्ट्रेशन शामिल है. भीड़ में कम रहें, इंडोर में बिताए जाने वाले समय में कमी करनी चाहिए.
इंडोर में लोगों के साथ रहते हुए भी मास्क का इस्तेमाल करें, भले ही 6 फीट की दूरी हो. मास्क की क्वॉलिटी और फिटिंग पर ध्यान दें. संक्रमित व्यक्ति के साथ रहते हैं तो हाई क्वालिटी के पीपीई किट पहनें.
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11:44 AM IST