लंबी एयर ट्रैवल में भी आपको चपेट में ले सकता है Covid-19 वायरस, नई स्टडी में आया सामने
Covid-19 Virus Study: गत वर्ष 29 सितंबर को संयुक्त अरब अमीरात के दुबई से न्यूजीलैंड आए 86 यात्रियों का स्डडी किया गया जिनमें से सात कोरोना वायरस से संक्रमित मिले.
जर्नल ऑफ इमर्जिंग इन्फेक्शस डिजीज में छपी रिसर्च पेपर में हुआ खुलासा. (PTI)
जर्नल ऑफ इमर्जिंग इन्फेक्शस डिजीज में छपी रिसर्च पेपर में हुआ खुलासा. (PTI)
Covid-19 Virus Study: शोध करने वालों ने दुबई से न्यूजीलैंड के बीच हवाई यात्रा (Air Travel) करने वाले यात्रियों पर किए स्टडी (Covid-19 virus latest research) के आधार पर दावा किया है कि सवार होने से पहले जांच के बावजूद फ्लाइट में संक्रमण का खतरा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, जर्नल ऑफ इमर्जिंग इन्फेक्शस डिजीज (Emerging Infectious Diseases) में छपी रिसर्च पेपर के मुताबिक गत वर्ष 29 सितंबर को संयुक्त अरब अमीरात के दुबई से न्यूजीलैंड आए 86 यात्रियों का स्डडी किया गया जिनमें से सात कोरोना वायरस से संक्रमित मिले.
वैज्ञानिकों की टीम ने यात्रियों की यात्रा की जानकारी ली (Scientists inquired the travelers)
न्यूजीलैंड स्थित ओटागो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं सहित वैज्ञानिकों की टीम ने यात्रियों की यात्रा की जानकारी ली, बीमारी का आकलन किया, संक्रमण के संभावित स्रोत का पता लगाने के लिए वायरस के जीनोम आंकड़ों का भी अध्ययन किया. अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक पांच यात्रियों ने दुबई में विमान पर सवार होने से पहले पांच अलग-अलग देशों से यात्रा शुरू की थी और रवाना होने से पहले हुई जांच में रिर्पोट निगेटिव आई थी.
मास्क पहनने के बाद भी हुए पॉजिटिव (Positive even after wearing mask)
खबर के मुताबिक, उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान और दुबई एयरपोर्ट से रवाना होने से पहले मास्क जरूरी नहीं था. हालांकि, पांच पैसेंजर्स ने खुद बताया कि विमान में उन्होंने मास्क और दस्ताने पहने हुए थे जबकि दो ने ऐसा नहीं किया था. स्टडी में यह भी पाया गया कि दुबई से ऑकलैंड की 18 घंटे की यात्रा के दौरान सातों संक्रमित पांच कतारों में आस-पास बैठे थे.
TRENDING NOW
विमान में सवार सभी 86 यात्रियों पर स्टडी (Study on all 86 passengers on board)
रिसर्च पेपर में वैज्ञानिकों ने लिखा कि दुबई हवाई अड्डे पर कोई संक्रमित यात्री एक दूसरे के संपर्क में नहीं आया था. स्टडी में बताया गया कि विमान में सवार सभी 86 यात्रियों को 14 दिनों के लिए जरूरी आइसोलेशन में रखा गया था और तीन बाद और फिर दोबारा 12 दिन बाद कोविड-19 जांच की गई. उन्होंने बताया कि सात संक्रमितों के नमूनों से भी वायरस के जीनोम का पता किया गया.
शोधकर्ता के मुताबिक सात में से एक यात्री में सबसे पहले एक अक्टूबर को संक्रमण के लक्षण दिखाई दिए. उसका कहना था कि उड़ान के दौरान वह संक्रमित हुआ जबकि दूसरा संक्रमित इसका सह यात्री था. उन्हें तीसरे संक्रमित में लक्षण नहीं मिले जबकि तीन दूसरे यात्री भी समान रूप से विमान में संक्रमण के शिकार हुए.
कई बातों का रखा गया ध्यान (Many things were taken care of)
इन आकंडों के आधार पर रिसर्च करने वालों का मानना है कि इनमें से एक यात्री जरूरी आइसोलेशन के दौरान उसी कमरे में मौजूद दूसरे व्यक्ति से संक्रमित हुआ था. वैज्ञानिकों ने लिखा कि दुबई से ऑकलैंड की उड़ान में संक्रमण के सबूत की पुष्टि महामारी से जुड़े आंकड़े, विमान में बैठने की जगह, लक्षण के दिन और इन यात्रियों में पाए गए वायरस के जीनोम करते हैं जो सार्स-कोव-2 से संक्रमित पाए गए थे.
उन्होंने कहा कि यह संक्रमण विमान में उनके द्वारा मास्क और दस्ताने पहनने के बावूजद हुआ. हालांकि सीमित स्टडी को रेखांकित करते हुए वैज्ञानिकों ने दूसरे जगहों पर संक्रमण- जैसे दुबई एयरपोर्ट पर विमान में सवार होने से पहले-से पूरी तरह से इनकार नहीं किया है.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
Zee Business App: पाएं बिजनेस, शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस, इकोनॉमी और ट्रेडिंग न्यूज, देश-दुनिया की खबरें, देखें लाइव न्यूज़. अभी डाउनलोड करें ज़ी बिजनेस ऐप.
05:56 PM IST